🌼सादगी पर शायरी for girl🌼
शायरी लोगों को हमेशा से आकर्षित करती रही है और फिर सभी अपने पसंदीदा शायरी सुनते या सुनाते है और हमारा उद्देश्य है आपको बेहतरीन और नयी शायरी पेशकश की जाए हमारा आज का विषय सादगी पर शायरी for girl है हर कोई अपने एटिट्यूड के साथ रहते हैं एैसे ही लड़कियों में अलग स्टाइल होता है लेकिन कुछ लड़कियां सादगी की मूरत होती है उनकी सादगी आसानी से दिल को मोह लेती है।आज आपको ऐसी ही शायरी इस पोस्ट में पढ़ने को मिलेगी शुरू करते हैं –
☘️सादगी पर शायरी for girl☘️
सादगी पर शायरी for girl बनाऊं कैसे
तुम इबादत हो हमारी तुमको बताऊं कैसे
सब कुछ तेरे आने से महकने लगा है
मोहब्बत की बारिश से दिल को बचाऊं कैसे?
ठहर जाता हूं तेरे दीदार ए हुस्न को देखकर
सादगी तेरी देख कर रूक जाता हूं मैं
अजब सी चाहत जागती है नजरों में मस्ती
मस्ती के माहोल में खुद को भूल जाता हूं मैं।।
तेरी सादगी मन को भा गयी है
कातिलाना हंसी दिल में समा गयी है
खुबसूरत बड़ी तेरी आंखों की चमक है
तेरी सादगी भी रातों की नींद उड़ा गयी है।।
सादगी तेरे चेहरे की, नूर तेरा लाजबाव
और कितने किस्से तुम्हें सुनाऊं मै
फुर्सत मिले तो सामने तेरे बैठ जाऊं मैं
मौका मिले तो मोहब्बत का गीत सुनाऊं मैं।।
तेरी सादगी पर शायरी बनाता हूं
दिल से चाहा दिल से लगाता हूं
बड़े साफ-साफ अल्फाज़ हैं मेरे
हाले मोहब्बत सबको सुनाता हूं।।
🌿तेरी सादगी शायरी 🌿
तेरी सादगी शायरी में सादगी पर जोर दे कर सादगी की सरहाना की है, जरुरी नहीं सारे श्रींगार करके किसी स्त्री की सुन्दरता को बढ़ाए जाए असली सुन्दरता सादगी में है जो अच्छा दिल रखता है वह सुन्दर है। और यह सुन्दरता सबको लुभाती है।
🌼तेरी सादगी शायरी 🌼
तेरी सादगी में जो नूर है, वो चाँद में कहाँ,
तेरी मुस्कान की चमक, हर ग़म को मिटा दे वहाँ,
ना ज़रूरत तुझे किसी सिंगार की,
तू खुद में एक हसीन दास्ताँ है जहाँ।

सादगी तेरी ऐसी कि खुदा भी मुस्कुराए,
तेरे हर अंदाज़ पे दिल ये जान लुटाए,
ना ज़रूरत तुझे शोहरत की, ना गहनों की चमक,
तेरी सादगी ही तेरी असली पहचान बताए।
सादगी में भी जो असर तेरा दिखता है,
हर चेहरा देख तुझसे शिकवा करता है,
ना जाने क्या जादू है तेरे सादे रूप में,
हर कोई तुझे देख कर खो जाता है।
तेरी सादगी ने मेरा दिल चुरा लिया,
तेरे लहजे ने जैसे मौसम बदल दिया,
ना सजावट, ना बनावट की कोई बात,
बस तेरे हुस्न ने इश्क सिखा दिया।
ना लिपस्टिक, ना गहनों की बात,
फिर भी तू लगे सबसे खास,
तेरी सादगी ही तेरी पहचान है,
जिसने हर दिल में छोड़ी मिठास।
तेरी सादगी में वो ताकत है,
जो हर नज़र को थमा देती है,
ना जाने क्यों लोग दीवानें हैं,
चेहरा फिर भी सब कह देता है।
तेरी सादगी पर ये दिल फिदा है,
तेरा हर लहजा जैसे दुआ है,
ना कोई बनावट, ना दिखावा कहीं,
तू सच्चाई की जीती-जागती वफ़ा है।
तेरे चेहरे की मासूमियत में खुदा बसता है,
तेरी सादगी में दिल का सुकून मिलता है,
लाख चेहरे देखे मगर तुझ सा नहीं,
तेरे हुस्न में एक सच्चा जूनून मिलता है।
तेरी सादगी ने हमें दीवाना बना दिया,
तेरे लहजे ने जादू कर दिया,
ना कोई सजावट, ना कोई श्रृंगार,
फिर भी तूने हर दिल को मोह लिया।
तेरी सादगी की ये बात निराली है,
तेरी हर अदाओं में खुशबू प्यारी है,
ना जाने तुझे किस मिट्टी से बनाया खुदा ने,
तेरी हर झलक में जन्नत वाली प्यारी है।
सादगी में भी तू कमाल लगती है,
हर बात में कोई मिसाल लगती है,
तू हँसे तो फूल खिल जाएँ,
तेरी खामोशी भी ग़ज़ल लगती है।।
☘️तेरी सादगी शायरी ☘️
तेरी सादगी में जो रंग हैं,
वो गुलाबों में कहाँ,
तेरी बातों में जो सुकून है,
वो किताबों में कहाँ।।
ना आँखों में काजल, ना होंठों पे रंग,
फिर भी तू लगे हर किसी के संग,
तेरी सादगी की खुशबू ऐसी,
जो दिल में बस जाए हर पल संग।।
तेरी सादगी पर फना है ये जमाना,
तेरा चेहरा जैसे सुबह का तराना,
ना गहने, ना कपड़ों की कोई बात,
बस तू ही तो है हर दिल का अफसाना।।
तेरी सादगी की चमक ने मोह लिया,
तेरी बातों ने जैसे दिल चुरा लिया,
ना कोई दिखावा, ना कोई शान,
तेरे नाम पर दिल ने सब कुछ दे दिया।।
तेरी सादगी की बात ही कुछ और है,
हर लफ़्ज़ में तेरी खुशबू का शोर है,
ना जाने तू किस ख्याल की रानी है,
तेरे हर रंग में मोहब्बत का नूर है।।
तेरे सादे रूप में भी जो नूर है,
वो हर चेहरे से कुछ दूर है,
तू जब मुस्कुराती है, तो लगता है,
खुदा भी तेरे हुस्न पर मजबूर है।।
सादगी तेरी वो आईना है,
जो हर झूठ को पहचान जाए,
तेरा चेहरा वो दुआ है,
जो हर दिल को सुकून दे जाए।।
तेरे सादे रूप का जवाब नहीं,
तेरी मुस्कान का कोई हिसाब नहीं,
जो एक बार तुझे देख ले,
वो कहे – तेरी जैसी कोई किताब नहीं।।
तेरी सादगी में जो असर है,
वो किसी जादूगर में नहीं,
तेरा चेहरा ही खुदा की कारीगरी है,
जिसकी मिसाल इस जहाँ में नहीं।
🍀 तेरे नूर की सादगी🍀
तेरे नूर की सादगी कुछ यूँ असर कर गई,
हर नज़र तुझे देखकर ठहर गई,
ना ज़रूरत तुझे सिंगार की कोई,
तेरी मुस्कान ही खुदा की रहमत बन गई।

तेरे नूर की सादगी पे दिल हार गया,
तेरे चेहरे की चमक से जहाँ प्यार गया,
ना कोई बनावट, ना कोई दिखावा तेरा,
तेरी सादगी ने तो जादू सा कर दिया।
तेरे नूर की सादगी का जवाब नहीं,
तेरे जैसे किसी में वो ख्वाब नहीं,
तू हँस दे तो रौशन हो जाए जहाँ,
तेरे जैसा कोई और जनाब नहीं।
तेरे नूर की सादगी जब सामने आई,
हर थकी सी रूह को ताजगी दिलाई,
ना जाने तेरा असर है या कोई जादू,
हर नज़र तुझमें ही सुकून पाए।
तेरे नूर की सादगी पे ये दिल फिदा है,
हर लम्हा बस तेरा ही नशा है,
तू सजे या ना सजे कोई बात नहीं,
तेरी सादगी ही तेरी वफ़ा है।
तेरे नूर की सादगी में जन्नत बसती है,
तेरे हुस्न की मासूमियत हस्ती है,
ना आँखों में रंग, ना लबों पे साज,
फिर भी हर दिल में तेरी चाह बसती है।
तेरे नूर की सादगी ने कर दिया दीवाना,
तेरे हर लहजे में बसता है तराना,
ना जाने तुझमें क्या बात है ख़ास,
हर शख्स बनता तेरी दास्तान का फसाना।
तेरे नूर की सादगी का वो असर है,
हर दिल तेरा दीवाना बेख़बर है,
तू हँसे तो फूल खिल जाएँ,
तेरी खामोशी भी ग़ज़ल का सफ़र है।
तेरे नूर की सादगी में वो बात है,
जो हर अंधेरे को रौशनी बना दे रात है,
ना तेरा मेकअप, ना कोई साज-सिंगार,
फिर भी तू खुदा की बनाई सबसे ख़ास बात है।
तेरे नूर की सादगी जैसे सवेरा हो,
तेरी आँखों में हर ख्वाब बसेरा हो,
तू जो मुस्कुराए तो लगे यूँ,
जैसे फूलों पे खुदा का बसेरा हो।
🔥तेरी सादगी की बातें 🔥
तेरी सादगी की बातें कुछ यूँ असर करती हैं,
थका हुआ दिल भी अब सुकून भरती हैं,
ना कोई बनावट, ना कोई दिखावा तेरा,
तेरी मुस्कान ही हर शाम को संवरती हैं।
तेरी सादगी की बातें दिल को छू जाती हैं,
हर नज़र बस तुझमें खो जाती है,
ना गहनों की चमक, ना कपड़ों का रंग,
तेरा चेहरा ही खुदा की दी रोशनी लगती है।
तेरी सादगी की बातें बड़ी प्यारी हैं,
तेरे हुस्न से ज़्यादा तेरी अदाएं न्यारी हैं,
तू जब हँसती है तो लगता है यूँ,
जैसे गुलशन में बहारें उतरी सारी हैं।।
तेरी सादगी की बातें भी अनकही रह जाती हैं,
तेरे होंठ कुछ बोलें तो आँखें जवाब दे जाती हैं,
ना कोई रंग, ना कोई श्रृंगार चाहिए,
तेरी सादगी ही तेरी पहचान बन जाती है।।
तेरी सादगी की बातें हैं सबसे जुदा,
तेरे जैसा कोई चेहरा नहीं खुदा,
ना गहनों का शौक, ना दिखावे का रंग,
फिर भी हर नज़र में बस तेरा ही नाम लिखा।।
तेरी सादगी की बातें जैसे सुबह की हवा,
जो हर रूह को सुकून दे जाए सदा,
तेरे चेहरे पर वो सुकून है ऐसा,
जो देखे बस देखता ही रह जाए बार-बार।।
तेरी सादगी की बातें कुछ ऐसी हैं,
हर लफ़्ज़ में तेरी खुशबू जैसी हैं,
ना जाने क्यों सब खामोश हो जाते हैं,
जब तेरी मासूम आँखें कुछ कहती हैं।
☘️तेरी मासुमियत और सादगी ☘️
तेरी मासूमियत ने दिल जीत लिया,
तेरी सादगी ने मुझे मीत लिया,
ना कोई सजावट, ना कोई अदाएं,
बस तेरे चेहरे ने जादू बुन लिया।
तेरी मासूमियत में वो बात है,
जो हर दिल को तुझसे लगाव दे जाती है,
तेरी सादगी की खुशबू ऐसी,
जो रूह तक सुकून पहुंचा जाती है।
तेरी सादगी भी तेरी अदा बन गई,
तेरी मासूमियत मेरी दुआ बन गई,
तू कुछ कहे ना फिर भी लगता है,
तेरी खामोशी भी अब सदा बन गई।।
तेरी मासूमियत की मिसाल नहीं,
तेरी सादगी का कोई जवाब नहीं,
तू जब मुस्कुराती है हल्के से,
तो लगता है ज़िंदगी बेहिसाब सही।।
तेरी मासूमियत ने मुझे दीवाना कर दिया,
तेरी सादगी ने सब कुछ भुला दिया,
ना रंग, ना रूप, ना कोई श्रृंगार,
फिर भी तूने दिल को अपना बना लिया।
तेरी सादगी में जो बात है,
वो किसी नूर से कम नहीं,
तेरी मासूमियत में जो कशिश है,
वो हर नजर में सनम नहीं।
तेरी मासूमियत जैसे पहली बारिश,
तेरी सादगी जैसे ठंडी हवा की ख्वाहिश,
जो भी तुझे देखे बस देखता रह जाए,
तू तो खुदा की बनाई एक प्यारी नुमाइश।
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