नज़राना

नज़राना

नज़राना शायरी “नज़राना” तब दिया जाता है जब हम किसी शक्श को बहुत पसन्द करते हैं और उसे खुश करने के लिए उपहार को देना ही नज़राना है हम नज़राने…

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