Bindaash Shayari

bindaash shayari

हमें अपनी जिंदगी को बेहतर अंदाज में  बिंदाश  जीना चाहिए  यह शायरी के माध्यम से बताने की कोशिश की गई ई हैं क्योंकि जिंदगी एक बार मिलती है और जिंदगी में बहुत से मोड़ आते हैं जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव होते हैं। इसलिए हमें अपने दृष्टिकोण को सकारात्मक रखते हुए हमेशा आगे की ओर बढ़ना चाहिए।समाज में कई प्रकार के लोग रहते हैं और हमें उन्हीं लोगों के बीच में रहकर अपने व्यक्तित्व को बनाए रखना चाहिए ताकि हम अपनी जिंदगी बेहतर कर सकें। 

shayari bindaas

“बिन्दाश हैं हम अपने गुरुर में

शेरों से दहाड़ने की आदत नहीं

छुपा के रखते हैं दिल के हर ‘राज’

बेफिजूल लड़ने की अपनी आदत नहीं।”

बिन्दाश शायरी

“We are proud in our pride

not used to roaring with lio

Keeps every ‘secret’ of the heart hidd

It is not my habit to fight unnecessarily. “

 

 



“लाखों रंग हैं जिन्दगी में

  बिंदास हैं हम अपना कोई रंग नहीं है,

जीते हैं जिन्दा दिल शेरों से 

और जीने का कोई दूसरा ढ़ंग नहीं है।”

lakhon rang hain zindagi mai

  bindaas Hain hum apna koi rang nahi

jeete hain Zinda Dil seron se

aur jeene ka koi doosra dhang nahi hai. 

 

There are millions of colors in life

   we do not live any of colours

we live with our heart and

there is no other way to live. 


मोहब्बत का शुरुर एक अलग ही नशा है जिसको पाना लोगों के लिए एक सपने से कम नहीं ऐसा ही एक आशिक अपना हालें दिल सुनाने को बेकरार हुआ हैं।और कहता है-


”Milo tum to mahafil phir sajaoon main

too kahe to haale dil sunaun main


 


” Meet you, ‘I’ll decorate the gathering again

… if you say so, I will listen to your heart. “



Mannat maage mile na mile,

humne to dil milaaya hai,

hum to deewane ho gaye

Chaand se jo dil lagaaya hai. “


If you ask for a vow , you may  not not it,

    we have joined hearts

we have falleen in love

The heart that is attached to the moon.


 




लोगों का कहना है कि मैं तुम्हारे बारे बहुत बात करता हूं जो लोग सुन सुन कर थक चुके हैं सच तो यह है कि मेरी हर बातों में तुम हो और तुम्हारे ख्यालों में गुम रहता हूं।

Log kahte hai

 main kuchh kahta nahin hoon

sach to yah hai 

main chup rehta nahin hoon. “

 

 

 

 

 


 

“Bindash rahe hum teri mohabbat main

  har shaam hamari rangeen thi

  Umar bhi solah-satra ki  rahi 

vo kudi thodi jawa thodi Namkeen thi.”

“बिन्दाश रहे हम तेरी मोहब्बत में

        हर शाम हमारी रंगीन थी,

उम्र भी सोलह-सत्रह की रही

वो कुड़ी थोड़ी जवां थोड़ी नमकीन थी।


bindaash shayari

bhar ke baaho mai humko 

 mohbbat ka ahsas mai jhumti rahi

hum chale gaye Chu_chaap

vo humari thasveer chumti rahi . 

भर के बाहों में  में हमको

मोहब्बत के अहसास में झूमती रही

हम चले गए चुप-चाप

वो हमारी तस्वीर चूमती रही ।

 


“बिन्दाश हम ही नहीं हमारे यार भी बिन्दाश

      कुछ है दिल के करीब कुछ है खास 

फुर्सत मिले तो कभी मिलने आओ

     मिल कर करें जस्न की शुरूआत”

” Bindaas hum hi nahi humare yaar bhi bindaas

kuchh hai dil ke karib kuch hai khash

fursat mile to kabhi Milne aao

mil kar kare jashan ki shuruwat. “

 

Not we are cool, our friends also cool

something close to heart somthing special

come see me sometime if you have time

let’s start the celebration with together”

“जानते हो क्या तुम ? 

      दिल पर लिखा तेरा नाम

तुम मगरुर हो खुद में इतने

    और हम महफ़िलो में बदनाम।” 

“jaante  ho kya tum ? 

          Dil par likha Tera naam

tum magrur ho khud mai itne

  aur hum mehphilon mai badnaam. “

 

” Do you know? 

your name written on my heart

you are so proud of your self

and we are famous in gathering. 

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